Thursday 6 February 2014

क्रिक्रेट और विज्ञान जगत को सर्वोच्च सम्मान

क्रिकेट के भगवान् कहे जाने वाले सचिन रमेश तेंदुलकर अब भारत का रत्न के नाम से भी जाने जायेंगे..राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने  मंगलवार को महानतम खिलाडी सचिन तेंदुलकर और वैज्ञानिक चिंतामणि नागेश राव को भारत रत्न से सम्मानित किया. सम्मान समारोह का आयोजन राष्ट्रपति भवन में ही किया गया. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह, यू पी ए अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्रिमंडल के प्रमुख सदस्य भी मौजूद थे.  सचिन और  पी एन आर राव अब उन 43 लोगों की सूची में शामिल हो चुके हैं जिन्हें अब तक सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त है.
भारत रत्न पाने वाले सचिन(41) पहले युवा भारतीय और पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक का सम्मान मिला है इसके अलावा सचिन राज्यसभा सदस्य भी हैं सचिन अकेले ऐसे महानतम खिलाडी हैं जिनकी प्रसिद्धि केवल भारत में ही नहीं विदेशों में भी है 200 टेस्ट क्रिकेट में 15921 रन और 51शतक और 463 वन-डे मैचों में 18,426 रन और 49 शतक जमाने वाले सचिन विश्व के पहले बल्लेबाज हैं

गौरव के पल: सचिन ने यह अवार्ड अपनी माँ और भारत की सभी माँओं को समर्पित करते हुए कहा  ?कि "ये अवार्ड उन सभी माँओं के लिए है जिन्होंने अपने बच्चों के लिए कई बलिदान दिए हैं जिससे वो भारत रत्न बन सकें" सचिन के साथ पी एन राव (79) को राष्ट्रपति द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया गया पी एन आर राव ऐसे चौथे साइंटिस्ट बन गए हैं जिन्हें इस क्षेत्र में भारत रत्न मिला है इसके पहले विज्ञान के क्षेत्र में यह अवार्ड भौतिकशाश्त्री डॉ सी.व्ही. रमन, एम. विस्वेस्वरैया, और पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को मिल चुका हैराव का रसायन केे क्षेत्र में विशेष यागदान है
राव जवाहरलाल नेहरु सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च बेंगलोर के अध्यक्ष हैं इसके अलावा राव साइंटिफिक एडवाइजरी
कौंसिल के चेयरमैन और इंटरनेशनल सेंटर फॉर मटेरियल साइंस के डायरेक्टर भी रह चुके हैं सम्मान समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान राव ने कहा कि "हालांकि दुनिया भर में सम्मान पाने के बावजूद ये सम्मान सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण है इसके साथ ही राव ने कहा कि " अन्य देशों की तुलना में भारत ने भी विज्ञान जे क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है"

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